विभिन्न प्रकार के मौसम

भारत एक बहुत बड़ा देश है, जहाँ पर विभिन्न प्रकार के लोग और मौसम का अनुभव हो सकता है। यदि एक ओर तपती हुई धूप पड़ रही होती है तो वहीं दूसरी तरफ कड़ाके की ठंड से लोग जम रहे होते हैं। इस लेख में हम यही चर्चा करेंगे कि कौनसे स्थान गर्म हैं और कौन से ठंडे और उनका जीवन पर क्या असर पड़ता है।

भारत के गर्म स्थान:-

भारत के कई हिस्सों में गर्मी के मौसम में 45°C से 50°C तक भी लोगों को तापमान झेलना पड़ता है। राजस्थान, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और तेलंगाना जैसे जगह पर विशेष रूप से गर्मी देखने को मिलती है।

  1. फलोदी {राजस्थान}

फलोदी राज्य भारत का सबसे गर्म स्थान है। यह जगह रेगिस्तान के पास है, यहाँ दिन में लोग तेज़ गर्मी से परेशान रहते हैं और रात गर्म हवा से, 19 मई 2016 यहाँ का तापमान गर्मी में 51.0°C तक भी पहुँच जाता है, जो भारत का अब तक सबसे अधिक तापमान है।

  1. नागपुर {महाराष्ट्र}

भारत में नागपुर का दूसरा नाम “भारत का हीट कैपिटल” भी है। गर्मी में यहाँ का तापमान 47°C तक पहुँच जाता है। यहाँ की मिट्टी काली और रूखी होती है जो तापमान को और बड़ा देती है।

  1. चुरू और गंगानगर {राजस्थान}

चुरू भी गर्म स्थानों में गिना जाता है, यहाँ का तापमान गर्मी में 48°C तक पहुँच जाता है। रूखी हवा और तेज़ धूप के कारण दिन के समय बहुत तेज़ गर्मी हो जाती है। गर्मियों में यहाँ का वातावरण लोगों के लिए परेशानी खड़ी कर देता है, लोगों को तेज़ लू वाली हवा सामना करना पड़ता है।

गर्म इलाकों का जीवन

गर्मियों में जीवन आसान नहीं होता है, दिन के समय तपती हुई गर्मी में लोग बाहर निकलने से बचते हैं। गर्मी में तेज़ धूप, लू और पानी की कमी जीवन को कठिन बना देती है। दिन में गर्म लू से बचने के लिए लोग सुबह जल्दी और शाम को काम करने की सोचते हैं। गर्मी में अक्सर कुएँ, तालाब और नहर में पानी कम हो जाता है जिसकी वजह से कई स्थानों में पानी का टैंकर पहुँचाए जाते हैं। लोगों के स्वास्थ्य में भी असर पड़ता है जैसे- सनबर्न, लू, डिहाइड्रेशन वाली समस्याएँ होने लगती हैं। गर्मियों में बुजुर्ग और बच्चों का खासतौर पर ध्यान रखना चाहिए। गर्मी के कारण फसलें सूख जाती हैं जिसकी वजह से पशुओं को सही तरीके से पानी और चारा नहीं मिल पाता है और किसानों को भी सिंचाई के लिए अच्छे से पानी नहीं मिल पाता है जिसके कारण फसलों का नुकसान हो जाता है।

भारत के ठंडे स्थान:-

  1. द्रास {लद्दाख}

द्रास भारत की सबसे ठंडी जगह में से एक जगह है, द्रास को ‘भारत का साइबेरिया’ भी कहा जाता है। यहाँ का तापमान -45°C तक पहुँच जाता है। द्रास में इतनी ठंड पड़ती है कि पानी भी जम जाता है।

  1. लेह और कारगिल {लद्दाख}

यहाँ 12 महीने ठंड रहती है, यह जगह उच्च हिमालय पर पड़ती है जिसकी वजह से यहाँ बर्फबारी पड़ना आम है। यहाँ का तापमान -25°C से -30°C तक पहुँच जाता है, हवाएँ ठंडी हो जाती हैं और साँस लेने में दिक्कत होने लगती है। उच्च क्षेत्र में होने की वजह से यहाँ साल भर ठंडा और बर्फबारी होती है।

  1. गुलमर्ग {जम्मू-कश्मीर}

यह जगह घूमने के लिए बहुत मशहूर है। सर्दियों में यहाँ का तापमान -10°C तक चला जाता है और बर्फबारी भी होती है। बर्फ की सफेद चादर से ढके यहाँ के पहाड़ और वादियाँ लोगों का मन लुभा लेती हैं। गुलमर्ग में बर्फबारी होने की वजह से स्कीइंग जैसे खेल भी खेले जाते हैं।

ठंडे इलाकों का जीवन:-

भारत में ठंडी वाली जगह जैसे – गुलमर्ग, स्पीति घाटी, लेह आदि जगह पर अधिकतर महीनों तक कड़ाके की ठंड और बर्फबारी होती रहती है। यहाँ की सड़कें बर्फ से ढकी रहती हैं और बर्फ के कारण कई गाँव से संपर्क टूट जाता है, जिससे लोगों को संपर्क करने में परेशानी होती है। जिन जगहों पर हर साल ज्यादातर बर्फबारी होती वहाँ पर लोग घर की दीवारें मोटी और खिड़की छोटी बनाते हैं ताकि ठंड से बच सकें और हीटर या अंगीठी जलाकर, गर्म ऊनी वाले कपड़े पहनकर रखते हैं ताकि शरीर ठंड से बच सकें। बर्फ की वजह से लोग सब्ज़ियाँ उगा नहीं पाते हैं इसलिए यहाँ के लोग गर्मियों में ही सब्जी को सुखाकर रख देते हैं ताकि सर्दियों में परेशानी ना आए। सफेद चादर से ढके यहाँ के पहाड़ प्रकृति को और भी सुंदर बनाती हैं जिसे देखने के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं और यहाँ का सौंदर्य देखकर आकर्षित हो जाते हैं।

मौसम में फ़र्क:-

1.ऊँचाई में अंतर:-

हम जितना समुद्र तल की ऊँचाई में रहेंगे, तापमान उतना ही घटता रहेगा। जैसे लद्दाख, शिमला आदि जैसे पहाड़ी इलाकों में ठंड रहता है, और दूसरी तरफ मेदानी इलाक़ों में गर्म।

2.रेगिस्तान का प्रभाव:-

रेगिस्तान के कई इलाके ऐसे हैं जहाँ पर धूप का प्रभाव सीधा धरती पर पड़ता है जिसके कारण नमी बहुत कम हो जाती है और दिन के समय गर्मी का तापमान बढ़ जाता है। वहाँ के लोग गर्मी की वजह से बहुत सी कठिनाइयों का सामना करते हैं।

3.समुद्र के पास और दूर

मुंबई, चेन्नई, कोच्चि जैसे समुद्र के पास वाले इलाक़ों का तापमान बहुत ही संतुलित रहता है। समुद्र की हवा ठंड और गर्म को एक समान रखती है। दूसरी ओर समुद्र से दूर वाली जगह जैसे- राजस्थान, मध्य प्रदेश में गर्मी और ठंड दोनों ज़्यादा पड़ता है।

अंत में:-

भारत की जलवायु उसकी संस्कृति हमारे जीवन में एक गहरा प्रभाव डालती है। यदि एक तरफ़ लोगों के लिए गर्म हवाएँ परेशानी खड़ी करती हैं तो दूसरी तरफ़ ठंडी हवाएँ लोगों के लिए मुश्किलें पैदा करती हैं, लेकिन यही सब हमारे देश को एक अनोखा भारत बनाता है – जहाँ एक तरफ़ तपती हुई गर्मी पड़ रही है तो दूसरी तरफ़ कड़कड़ाती ठंड। लोग दोनों का अनुभव कर सकते हैं।