क्या कभी अपने आसमान की तरफ़ देख कर ये सोचा है कि बादल कैसे बनते हैं। बादल, जो आकाश में तैरते हुए कभी बारिश की बूँदें बरसाते हैं, कभी ठंडी छाया देते हैं, तो कभी सूरज की किरणों के साथ इंद्रधनुष बनाते हैं, इतना ही नहीं, बादल से जुड़ी कई कहानियां भी हैं। जैसे बचपन में जब हम अपनी दादी-नानी के घर जाते थे तो वे हमें बताती थीं कि बादल कैसे बादल देवताओं के रथ हुआ करते थे, या फिर शाम के समय खेलते हुए बदलो की तरफ देखकर तरह-तरह के आकार बनाते कभी भेड़, कभी हाथी, तो कभी फूल।पर आपने कभी यहां सोचा है कि आख़िर इनके पीछे का विज्ञान क्या है। आओ मिलकर इस रहस्य को सुलझाएँ।
पानी का सफर: वाष्पीकरण से शुरुआत
बादल बने की शुरुआत होती है पानी से। गर्मियों में जब हमारे आसपास की नदियाँ, तालाब और समुद्र पे सूर्य का प्रकाश पड़ता है तो वह उनकी सतह को गर्म कर देता है जैसे ही सतह गर्म होती है, यह उसके ऊपर की हवा को भी गर्म कर देती है और वह गर्म हवा हल्की भाप बनकर हवा में मिल जाती है। इसे वाष्पीकरण कहते हैं।
यदि आप गाँव में या गाँव के पास रहते हैं तो आप देखेंगे कि गर्मियों में जब धूप तेज होती है, तो गाँव के तालाब का पानी धीरे-धीरे कम होने लगता है। वह कहीं गायब नहीं होता, बल्कि भाप बनकर हवा का हिस्सा बन जाता है।
यह गर्म हवा हल्की होती है, इसलिए आकाश में ऊपर उठने लगती है। जैसे-जैसे यह गर्म हवा वायुमंडल में ऊपर उठती है, वह ठंडी होने लगती है ऐसा इसलिए क्योंकि जब यह धरती से ऊपर जाते हैं, इनको उतने ही ठंडे तापमान का सामना करना पड़ता है और ठंडा तापमान के करण यह पानी की भाप छोटी-छोटी बूँदों में बदलने लगती है। इस प्रक्रिया को संघनन कहते हैं। ये बूँदें इतनी छोटी होती हैं कि वे हवा में तैरती रहती हैं, जैसे आसमान में कोई अदृश्य जाल हो। यही बूँदें मिलकर बादल बनाती हैं।
छोटे कणों की बड़ी भूमिका
क्या सिर्फ़ गरम पानी से बानी भाप और ठंडी हवा बादल बनाने के लिए काफ़ी है? नहीं, बादल बनाने के लिए हमको प्रकृति की थोड़ी और मदद चाहिए। जेसे हमारे वायुमंडल मौजूद छोटे छोटे धूल, रेत, पराग, या प्रदूषण के कण बादल बनने में बहुत अहम भूमिका निभाते हैं। जब पानी भाप बनकर ऊपर उठता है तो यह कण इस भाप को अपनी तरफ खींचते है और इस भाप को बूंदो में बदल है।
जैसे शरबत में चीनी के दाने को घोलने के लिए पानी की जरुरत पड़ती है वैसे ही वैसे हे बदल बने के लिए इन छोटे छोटे कड़ो की जरुरत पड़ती है। गांव के खेत में उड़ रही धूल या फिर शहर में हो रहा धुआँ यहाँ सब बदल बनाने में एक अहम भूमिका निभाता है।
बादलों के प्रकार
सभी बादल एक जैसे नहीं होते। बादलों के भी कई प्रकार होते हैं — जैसे उनकी बनावट, आकार और रंग अलग-अलग हो सकते हैं। आइए कुछ मुख्य प्रकार के बादलों के बारे में जानें:
- कपासी बादल (Cumulus Clouds):
- स्तरी बादल (Stratus Clouds):
- वर्षा बादल (Nimbus Clouds):
- पंख जैसे बादल (Cirrus Clouds):